शत्रु से बचने का वशीकरण के उपाय

अगर कोई व्यक्ति बे वजह आपसे शत्रुता रखता है और अपनी शत्रुता में वो आप पर जादू टोने या कोई गलत छाया डलवाता है तो आप कुछ ऐसा उपाय करें कि दुश्मन आपके खिलाफ कोई भी षड़यंत्र न रच सके. आप 40 दाने अक्षत और काली उड़द के साबुत 38 दाने लें और उन्हें एक गड्डा बनाकर उसमें डाल दें. इतना करने के बाद आप एक निम्बू लें और उसे गड्ढे के ऊपर निचोड़ दें. जब आप निम्बू निचोड़ रहें हो तो उस वक़्त आप उस व्यक्ति का नाम लेते रहें, जो आपकी जान का दुश्मन बना हुआ है. ये उपाय करने से वो आपके पीठ पीछे से आपके खिलाफ कोई साजिश नहीं रच पायेगा.

किसी भी कारण से किसी व्यक्ति से आपकी दुश्मनी हो गई है और आपस का विवाद बढ़ता ही जा रहा है. तो आप कहीं पर भी बैठे हो और अगर वहाँ पानी है, तो उसी पानी से अपने शत्रु का नाम जमीन पर लिखकर उसके ऊपर अपने पाँव को तीन बार रख दें. ऐसा करने से आपको लाभ प्राप्त होगा. लेकिन एक बात का खास ध्यान रखें कि यह उपाय अपने फायदे के लिए बिल्कुल भी न अपनाएं. बल्कि बुराई को नष्ट करने के लिए इस उपाय का इस्तेमाल करें.

मनचाहा प्यार पाने के टोटके

क्या आप प्रेमी को पाने के उपाय प्राप्त करना चाहते है या प्रेमी का खोया प्यार पाने के उपाय ? प्यार चाहे पति-पति के बीच का हो, या प्रेम-प्रेमिका के दिल में पनपा हुआ। इसे सदा के लिए कायम रखना कोई सहज खेल नहीं है। प्रेम की सच्चाई और प्रगाढ़ता जीवन में कई बातों पर निर्भर करती है, जिसे परिस्थितियों के माहौल के अनुरूप सहेजना-संभालना पड़ता है। इसके लिए किए जाने वाले सरल नुस्खों के अतिरक्ति तंत्र, मंत्र, टोने-टोटके और ज्योतिषीय उपायों के हो सकते हैं।
सहदेई की जड़ को कमर में बांधकर प्रेम की चाहत रखने वाली लड़की के पास जाने से उसका सम्मोहन बढ़ जाता है और वह वश में आ जाती है। इस तरह से प्यार के पनपने की शुरूआत हो जाती है।
सफेद अपराजिता की जड़ को गोरोचन के साथ पीसे हुए पदार्थ को तिलके रूप में लगाकर प्यार के लिए पसंदीदा लड़की के पास जाने से उसके दिल में प्यार उमड़ पड़ता है और वह मन-मस्तिष्क से वशीभूत हो जाती है।
सफेद आक की जड़ को लाल धागे के साथ कमर में बांधकर प्रिय के पास जाने से उसके प्रेम में मधुरता आ जाती है।
प्यार करने वाले को चाहिए कि वे धतूरे के बीज को नारियल में कपूर के साथ मिलाकर पीस लें। इसका नियमित तिलक लगाएं। इसके प्रभाव से प्रेमिका के प्यार में जारा भी कमी नहीं आती है और उसके मन में कभी भी छोड़कर दूसरे के पास जाने के बारे में विचार तक नहीं आते हं।
प्रेमियों को आपसी प्रेम बनाए रखने के लिए चाहिए कि वे शुक्रवार और पूर्णिमा के दिन अवश्य मिलें। यह दिन प्रेम की प्रबलता बढ़ाने वाला होता है तथा इस दिन मिलने से प्रेमियों के बीच प्रेम में कमी नहीं आती है। इसके साथ ही यदि चाहते हैं कि प्रेम-प्रसंग में किसी तरह की बाधा नहीं आए, और न ही विवाद उभरने पाए तो उन्हें अमावस्या या शनिवार के दिन मिलने से बचना चाहिए।