VASHIKARAN ALL PROBLEM SOLUTION प्रबल स्त्री वशीकरण मंत्र साधना

पति – पत्नी की अनबन हो या प्रेमी प्रेमिका की या ऐसी कोई भी समस्या हो सभी का समाधान केवल शाबर मन्त्रों की सहायता से
अगर धन कि कमी है या अच्छी जॉब नहीं लग रही है तो आपके बुरे दिन ख़तम

– आपके प्रेमी या प्रेमिका को, किसी ने बहका कर आपसे दूर कर दिया है या तलाक हो गया हो, पति ने या पत्नी ने छोड़ दिया हो, तो अपनों को वापिस पाएं शाबर मन्त्रों की शक्ति से– वशीकरण करना हो या वशीकरण कि काट या तोड़ के अदभूत व करिश्माई प्रयोग– किसी भी तरह कि मनचाहे कार्य की सिद्धि के लिए अभी डाउनलोड करें

– – काले जादू , तांत्रिक समश्या, या भूत प्रेत से पीड़ित जरा आजमा कर देखें, कि कैसे तुरंत समाधान होता है – मनचाहा प्यार या खोया प्यार वापिस पाएं शाबर मंत्रों की शक्ति से 
अचूक वशीकरण शाबर मंत्र और अन्य विभिन्न परकार के शक्तिशाली शाबर मंत्र। जो दैनिक प्रयोग में प्रतिदिन काम आ सकते है. चाहे ऑफिस हो, घर हो, युद्ध हो या कोई भी समश्या हो?
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खोया हुआ प्यार को वापिस पाने का उपायkhoya hua pyaar ko vaapis paane ka upaay

 

 

खोया हुआ प्यार को वापिस पाने का उपाय

खोया हुआ प्यार को वापिस पाने का उपाय

आप किसी अच्छे उद्देश्य के लिए इस जादू का उपयोग कर सकते है. विशेष रूप से वे लोग जिन्हे अपने प्यार में धोखा मिला है या विवाहित जीवन में किसी भी प्रकार की असुविधाओं से छुटकारा पाना चाहते है तो इस जादू का उपयोग कर सकते हैं। अगर आपको लगता है के आपका साथी का किसी और के साथ रिश्ता है तो आप इस मंत्र का प्रयोग शुरू कर सकते है।

अगर आपको लगता है कि आपका प्रेमी प्रेमिका  या पति पत्नी किसी अन्य व्यक्ति या औरत की ओर आकर्षित है, तो आपको निराश होने की जरूरत नहीं। यदि अगर किसी बिना असहमति या संघर्ष के लिए तैयार नहीं हो सकते है तो इस तरह के मामलों में आप इस मंत्र पर भरोसा कर सकते हैं। और आप अपना खोया हुए प्यार को वापिस अपनी जिंदगी में दोबारा पा सकते है. और अपनी जिंदगी को खुशहाल बना सकते है

प्रेम विवाह में ग्रहयोगLove in marriage Grhyog

 

 

प्रेम विवाह में ग्रहयोग

प्रेम विवाह में ग्रहयोग

जब किसी लड़का और लड़की के बीच प्रेम होता है तो वे साथ साथ जीवन बीताने की ख्वाहिश रखते हैं और विवाह करना चाहते हैं। कोई प्रेमी अपनी मंजिल पाने में सफल होता है यानी उनकी शादी उसी से होती है जिसे वे चाहते हैं और कुछ इसमे नाकामयाब होते हैं। ज्योतिषशास्त्री इसके लिए ग्रह योग को जिम्मेवार मानते हैं। देखते हैं ग्रह योग कुण्डली में क्या कहते हैं।

ज्योतिषशास्त्र में “शुक्र ग्रह” को प्रेम का कारक माना गया है । कुण्डली में लग्न, पंचम, सप्तम तथा एकादश भावों से शुक्र का सम्बन्ध होने पर व्यक्ति में प्रेमी स्वभाव का होता है। प्रेम होना अलग बात है और प्रेम का विवाह में परिणत होना अलग बात है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पंचम भाव प्रेम का भाव होता है और सप्तम भाव विवाह का। पंचम भाव का सम्बन्ध जब सप्तम भाव से होता है तब दो प्रेमी वैवाहिक सूत्र में बंधते हैं। नवम भाव से पंचम का शुभ सम्बन्ध होने पर भी दो प्रेमी पति पत्नी बनकर दाम्पत्य जीवन का सुख प्राप्त करते हैं।