vasheekaran banaam sammohanवशीकरण बनाम सम्मोहन

 

 

वशीकरण बनाम सम्मोहन

वशीकरण बनाम सम्मोहन

वशीकरण का अर्थ है किसी को वश में करवशीकरण का अर्थ है किसी को वश में करना। इसके लिये सबसे जरूरी चीज है – ध्यान। जिस विषय वस्तु को अपने वश में करने की इच्छा हो तो उसके लिये अपना मन केंद्रित करना ही ध्यान है। ध्यान से हमारे शरीर में अदभुत ऊर्जा का संचार होता है। प्राचीन काल से ही हमारे ऋषि मुनि ध्यान लगा कर तेजस्वी हो गये, उनके चेहरे पर एक अलग ही तेज व मुस्कान रहती थी। इसी प्रकार हम जितना अधिक ध्यान या मेडिटेशन करेंगें उतना ही अधिक हमारा व्यक्तित्व निखर कर आयेगा। हम आत्मविश्वास से लबरेज हो जायेंगें और इस प्रकार सामने वाले व्यक्ति को अपने वश में करना आसान हो जायेगा। यह है वशीकरण।सम्मोहन विद्या में किसी व्यक्ति को सम्मोहित करने के लिये अपनाये गये विभिन्न तरीके इस प्रकार से हैं उक्त तरीकों द्वारा सम्मोहन की शक्ति को जगाया जा सकता है। परन्तु ये कार्य किसी योग्य गुरू के सानिध्य में ही करने चाहिये।ऊ पीर बजरंगी राम लक्ष्मण के संगी। जहां जहां जाये फतह के डंके बजाये॥ अमुक’ को मोह के मेरे पास न लाये । तो अंजनी का पूत न कहाय॥ दुहाई राम जानकी की॥ इस मंत्र को ११ दिन तक ११ माला जाप कर सिद्ध कर लें। रामनवमी या हनुमान जयंती का दिन इस कार्य के लिये अति शुभ है। प्रयोग के समय दूध या दूध से बने पदार्थ पर ११ बार मंत्र पढकर खिला या पिला देने वशीकरण होगा।