शत्रुओं को अपने जीवन से दूर करने के

जैसे – जैसे आप सफलता की ऊँचाइयों को छुते जाते हैं वैसे – वैसे आपके आस – पास आपसे इर्ष्या करने वाले शत्रु इक्कठे हो जाते हैं। ऐसा कोई व्यक्ति नहीं चाहता कि उनके जीवन में कोई शत्रु हो, लेकिन आपकी सफलता को देखकर आपका विरोध करने के लिए कोई न कोई आपका शत्रु बन ही जाता हैं। ये शत्रु आपके जीवन की सफलता की राह में रोड़े अटकाने का अथक प्रयास करते हैं। जिससे कारण आपको कई बार अपने जीवन में हानि का सामना करना पड़ता हैं। शत्रुओं के द्वारा हानि पहुँचाने पर आपके जीवन में तनाव भी उत्पन्न हो जाता हैं।

हम अपने शत्रुओं से सुलह करने की उन्हें अपने अनुकूल बनाने की लाख कोशिश कर लें। परन्तु हमें कोई सफलता नहीं मिल पाती। अगर आपके लाख प्रयास करने के बाद भी आपके शत्रु आपका विरोध करना नहीं छोड़ते तथा आपको बार – बार परेशान करने की कोशिश करते रहते हैं। आपके कार्य स्थल में आपका विरोध करते हैं तो आप अपने शत्रु से मुक्त होने के लिए कुछ चमत्कारी मन्त्रों को आजमा सकते हैं