प्रेम विवाह में सफल होने के लिए

विवाह करना चाहते हैं और वह भी आपसे विवाह करना चाहती है लेकिन बीच में कोई व्यवधान आ रहा है तो इस मंत्र जाप से विवाह के बीच आने वाली बाधा दूर होकर शीघ्र विवाह का मार्ग प्रशस्त होता है। इस प्रयोग द्वारा अनेक युवकों ने उन युवतियों से विवाह करने में सफलता प्राप्त की है विवाह के रास्ते में सभी बाधाओं को दूर करने के लिए एक पूर्णिमा की रात को एक बरगद के पेड़ के चारों ओर 108 चककर लगाएं ।शादी के मार्ग में आने वाली सारी बाधा निष्फल हो जाएँगी।

जल्दी शादी होने के टोटके

शनि एक ग्रह है जो अलगाव का कारण बनता है। यह ग्रह शादी में देरी की भूमिका के लिए बहुत अच्छी तरह से जाना जाता है। यह ध्यान देने योग्य है कि सातवें घर / सप्तम भगवान पर मंगल और शनि का  संयुक्त प्रभाव वैवाहिक जीवन में गंभीर समस्याएं पैदा करने के लिए जाना जाता है। याद रखें कि शादी होना एक अलग बात है और शादी के बाद सुखी वैवाहिक जीवन होना इससे अलग बात है। ये सब तथ्य एक पुरुष या महिला की परवाह किए बगैर किसी भी कुंडली में समान रूप से प्रभाव डालते है। यही कारण है कि शादी विवाह के मामले में शादी के लिए आगे बढ़ने से पहले एक योग्य ज्योतिषी से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।

कुछ व्यक्तियों को उनकी कुंडली में ग्रहों की हानिकर स्तिथि के कारण शादी में देरी की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जल्दी शादी, परेशानी मुक्त विवाह और इस तरह की खुशी के अवसरों के लिए सभी बाधाओं को हटाने के लिए रास्ता साफ करने के लिए कुछ उपाय  दिए गए है—
1. हर बुधवार को गाय को हरा चारा डाले 
2. जब तक शादी न हो जाये तब तक हर सोमवार 1250 ग्राम पीली दाल और [1.25 लीटर] कच्चे दूध का दान किया जाना चाहिए । 
3. यदि शादी के कार्यों में भाग लेने मेहँदी की रस्म में आप जाए तो अगर जिस लड़की की शादी है उसके हाथ से थोड़ी सी महेंदी लगवा ले तो कहा जाता है कि उसकी शादी जल्दी ही हो जाती है।  यह शुभ माना जाता है और एक अच्छी किस्मत आकर्षण है
4. ऐसा माना जाता है कि विवाह योग्य लड़के / लड़की के बिस्तर के नीचे वहाँ स्क्रैप या लोहे का संचय नहीं होना चाहिए। 

श्रीकृष्ण की आराधना

प्रेम की चाहत, प्रेमिका की निष्ठा, सच्चाई और भावनात्मक माधुर्यता बनाए रखने के लिए भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर में बांसुरी के साथ पान अर्पित करना चाहिए। ऐसा तब तक करना चाहिए जबतक कि प्रेमिका प्रेम को स्वीकार ने कर ले। या कहें दिल को प्रेमिका के प्रेम का एहासास न हो जाए। इसके साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के साथ राधा के प्रेममय तस्वीर का ध्यान कर मंत्र ओम हुं ह्रीं सः कृष्णाय नमः का जाप करने से मनचाहा प्रेम विवाह संपन्न हो जाता है। इस मंत्र के जाप के बाद भगवान श्रीकृष्ण के ऊपर शहद का छिड़काव करें।

प्रेम विवाह में सफलता पाएं इस प्रयोग से

अगर आप किसी से प्रेम करते हैं और उससे प्रेम विवाह करना चाहते हैं तो भगवान विष्णु और लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर के सम्मुख,शुक्ल पक्ष में गुरूवार से शुरू करें. लक्ष्मीनारायण नम: मंत्र का रोज तीन माला जाप, स्फटिक माला या लक्ष्मी वरवरद माला से करें. तीन महीने तक हर गुरूवार मंदिर में प्रसाद चढ़ाएं और विवाह हो जाने की प्रार्थना करें. मनोवंछित फल प्राप्त होगा

तंत्र मंत्र

सारे प्रयोग किसी सिद्ध पुरुष या गुरु की देखरेख में ही संपन्न करे | अन्यथा लाभ के स्थान पर हानि के साथ साथ कुछ गलत भी घटित हो सकता है  जहां कहीं भी यह पौधा अपने आप उग आता है, उसके आस-पास पुराना धन गड़ा होता है । जिस घर में श्वेतार्क की जड़ रहेगी, वहां से दरिद्रता स्वयं पलायन कर जाएगी । इस प्रकार मदार का यह पौधा मनुष्य के लिए देव कृपा, रक्षक एवं समृद्धिदाता है । सफेद मदार की जड़ में गणेशजी का वास होता है, कभी-कभी इसकी जड़ गणेशजी की आकृति ले लेती है । इसलिए सफेद मदार की जड़ कहीं से भी प्राप्त करें और उसकी श्रीगणेश की प्रतिमा बनवा लें । उस पर लाल सिंदूर का लेप करके उसे लाल वस्त्र पर स्.थापित करें । यदि जड़ गणेशाकार नहीं है, तो किसी कारीगर से आकृति बनवाई जा सकती है । शास्त्रों में मदार की स्तुति इस मंत्र से करने का विघान है ।गणेशोपासना में साधक लाल वस्त्र, लाल आसन, लाल पुष्प, लाल चंदन, मूंगा अथवा रूद्राक्ष की माला का प्रयोग करें । नेवैद्य में गुड़ व मूंग के लडडू अर्पित करें । ‘‘ ऊँ वक्रतुण्डाय हुम् ’’ मंत्र का जप करें । श्रद्धा और भावना से की गई श्वेतार्क की पूजा का प्रभाव थोड़े बहुत समय बाद आप स्वयं प्रत्यक्ष रूप से अनुभव करने लगेंगे । तंत्र शास्त्र में श्वेतार्क गणपति की पूजा का विधान है

पत्नी या प्रेमिका का वशीकरण patnee ya premika ka vashikaran

रूठी हुई पत्नी या प्रेमिका को बंगाली तंत्र-मंत्र के वशीकरण प्रयोग से मनाया जा सकता है। इसी तरह कोई पुरुष अगर चाहे तो  मतभेद या कलह की शिकार हो चुकी पत्नी या प्रेमिका को कसी भी माह के कृष्ण पक्ष की पहली तिथि से तांत्रिक प्रयोग शुरू कर अपनी ओर वशीभूत कर सकता है। इसका मंत्र इस प्रकार बताया गया हैः-

काली चिड़िया चिंग चिंग बोले,

काली बनकर जाए।

अमुक को वश में करवाए,

ना करवाई तो यति हनुमंत की आन!!

इस मंत्र जाप से साधना करने वाले पुरुष को चाहिए कि वे इसके लिए एकांत कमरे में उत्तर या पूर्व की ओर मुंहकर आसन पर बैठ जाएं। अपने सामने एक दीपक या अगरबत्ती को जला लें। उसके बाद  मंत्र का पाठ 108 बार करे। इस प्रक्रिया को सप्तमी तिथि तक दुहराएं तथा अमुक शब्द के स्थान पर अपनी पत्नी या प्रेमिका का नाम उच्चारित करें।

अगले दिन यानि अष्टमी को हवन-सामग्री से उसी मंत्र द्वारा 108 बार हवन करें। इस तरह से पूर्ण हुई साधना के बाद अवसर देखते हुए खाने की किसी वस्तु पर मंत्र को सात बार पढ़ने और फूंक मारने के बाद प्रेमिका या पत्नी को खिला दें। इसका तत्काल असर होगा। परंतु ध्यान रहे कि यह प्रयोग केवल मनचाही स्त्री सम्मोहन के लिए है, न कि पुरुष के लिए। वैसे इसके प्रयोग से प्रेम-विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर किया जा सकता है।