अपने प्यार को पाने के उपाय

प्रेम की सच्चाई और प्रगाढ़ता जीवन में कई बातों पर निर्भर करती है, जिसे परिस्थितियों के माहौल के अनुरूप सहेजना-संभालना पड़ता है। इसके लिए किए जाने वाले सरल नुस्खों के अतिरक्ति तंत्र, मंत्र, टोने-टोटके और ज्योतिषीय उपायों के हो सकते हैं।कई बार प्रेमियों के बीच अनबन हो जाती है या उनको लगता है कि उनके प्रेम में फीकापन आ गया है, या फिर प्रिय का किसी और के साथ मधुरता बन गई है। इसे ध्यान में रखते हुए आवश्यक है कि प्रेम की डोर कभी कमजोर नहीं होने पाए, लेकिन कैसे? इसे समझने के लिए आईए जानते हैं कुछ तांत्रिक, वैदिक और टोटके के उपायों के बारे में, जो प्रेम की अनुभूति को बढ़ा देगा।

  • सफेद अपराजिता की जड़ को गोरोचन के साथ पीसे हुए पदार्थ को तिलके रूप में लगाकर प्यार के लिए पसंदीदा लड़की के पास जाने से उसके दिल में प्यार उमड़ पड़ता है और वह मन-मस्तिष्क से वशीभूत हो जाती है।
  • सफेद आक की जड़ को लाल धागे के साथ कमर में बांधकर प्रिय के पास जाने से उसके प्रेम में मधुरता आ जाती है।
  • प्यार करने वाले को चाहिए कि वे धतूरे के बीज को नारियल में कपूर के साथ मिलाकर पीस लें। इसका नियमित तिलक लगाएं। इसके प्रभाव से प्रेमिका के प्यार में जारा भी कमी नहीं आती है और उसके मन में कभी भी छोड़कर दूसरे के पास जाने के बारे में विचार तक नहीं आते हं।

जल्दी शादी होने के टोटके

शनि एक ग्रह है जो अलगाव का कारण बनता है। यह ग्रह शादी में देरी की भूमिका के लिए बहुत अच्छी तरह से जाना जाता है। यह ध्यान देने योग्य है कि सातवें घर / सप्तम भगवान पर मंगल और शनि का  संयुक्त प्रभाव वैवाहिक जीवन में गंभीर समस्याएं पैदा करने के लिए जाना जाता है। याद रखें कि शादी होना एक अलग बात है और शादी के बाद सुखी वैवाहिक जीवन होना इससे अलग बात है। ये सब तथ्य एक पुरुष या महिला की परवाह किए बगैर किसी भी कुंडली में समान रूप से प्रभाव डालते है। यही कारण है कि शादी विवाह के मामले में शादी के लिए आगे बढ़ने से पहले एक योग्य ज्योतिषी से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।

कुछ व्यक्तियों को उनकी कुंडली में ग्रहों की हानिकर स्तिथि के कारण शादी में देरी की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जल्दी शादी, परेशानी मुक्त विवाह और इस तरह की खुशी के अवसरों के लिए सभी बाधाओं को हटाने के लिए रास्ता साफ करने के लिए कुछ उपाय  दिए गए है—
1. हर बुधवार को गाय को हरा चारा डाले 
2. जब तक शादी न हो जाये तब तक हर सोमवार 1250 ग्राम पीली दाल और [1.25 लीटर] कच्चे दूध का दान किया जाना चाहिए । 
3. यदि शादी के कार्यों में भाग लेने मेहँदी की रस्म में आप जाए तो अगर जिस लड़की की शादी है उसके हाथ से थोड़ी सी महेंदी लगवा ले तो कहा जाता है कि उसकी शादी जल्दी ही हो जाती है।  यह शुभ माना जाता है और एक अच्छी किस्मत आकर्षण है
4. ऐसा माना जाता है कि विवाह योग्य लड़के / लड़की के बिस्तर के नीचे वहाँ स्क्रैप या लोहे का संचय नहीं होना चाहिए। 

श्रीकृष्ण की आराधना

प्रेम की चाहत, प्रेमिका की निष्ठा, सच्चाई और भावनात्मक माधुर्यता बनाए रखने के लिए भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर में बांसुरी के साथ पान अर्पित करना चाहिए। ऐसा तब तक करना चाहिए जबतक कि प्रेमिका प्रेम को स्वीकार ने कर ले। या कहें दिल को प्रेमिका के प्रेम का एहासास न हो जाए। इसके साथ ही भगवान श्रीकृष्ण के साथ राधा के प्रेममय तस्वीर का ध्यान कर मंत्र ओम हुं ह्रीं सः कृष्णाय नमः का जाप करने से मनचाहा प्रेम विवाह संपन्न हो जाता है। इस मंत्र के जाप के बाद भगवान श्रीकृष्ण के ऊपर शहद का छिड़काव करें।

प्रेम विवाह में ग्रहयोगLove in marriage Grhyog

 

 

प्रेम विवाह में ग्रहयोग

प्रेम विवाह में ग्रहयोग

जब किसी लड़का और लड़की के बीच प्रेम होता है तो वे साथ साथ जीवन बीताने की ख्वाहिश रखते हैं और विवाह करना चाहते हैं। कोई प्रेमी अपनी मंजिल पाने में सफल होता है यानी उनकी शादी उसी से होती है जिसे वे चाहते हैं और कुछ इसमे नाकामयाब होते हैं। ज्योतिषशास्त्री इसके लिए ग्रह योग को जिम्मेवार मानते हैं। देखते हैं ग्रह योग कुण्डली में क्या कहते हैं।

ज्योतिषशास्त्र में “शुक्र ग्रह” को प्रेम का कारक माना गया है । कुण्डली में लग्न, पंचम, सप्तम तथा एकादश भावों से शुक्र का सम्बन्ध होने पर व्यक्ति में प्रेमी स्वभाव का होता है। प्रेम होना अलग बात है और प्रेम का विवाह में परिणत होना अलग बात है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार पंचम भाव प्रेम का भाव होता है और सप्तम भाव विवाह का। पंचम भाव का सम्बन्ध जब सप्तम भाव से होता है तब दो प्रेमी वैवाहिक सूत्र में बंधते हैं। नवम भाव से पंचम का शुभ सम्बन्ध होने पर भी दो प्रेमी पति पत्नी बनकर दाम्पत्य जीवन का सुख प्राप्त करते हैं।